जदि लरका बिटिया आंय, तो वारिस सोई, जाने के परमेसुर के वारिस और मसीह के संगी वारिस आंय, जब हम ऊके संग्गै दुख मुसीबत उठाबें तो ऊके संग्गै मईमा सोई पा हैं।
मोरे मन की जा चाहना आय, कि मैं कभऊं नेंचो न हेरों, परन्त हिम्मत धरों कि पिरभू की बड़ाई मोरी देह से होत रैबे, जैसो अबै होत आय, चाहे मैं जीओं और चाहे मर जाओं।
मैं पिरभू यीशु मसीह हां और उनके मरे भयन में से जी उठबे के जस हां जानो चाहत आंव, और क्रूस पै जौन पीड़ा उन ने सही ऊहां समझन चाहत आंव, और उनके मरबे जैसो मैं सोई हो जाओं।