परमेसुर ने कौन भांत से यीशु नासरी हां पवित्तर आत्मा और सामर्थ से भर दओ: बो भलाई करत, और सब हां जौन शैतान छलिया के सताए भए हते, साजो करत फिरो; कायसे परमसुर ऊके संग्गै हतो।
और साजो काम करबेवारी रई होबै, जीने अपने लरका वारन हां ठीक से पालो होबै; पाहुरन की सेवा खुसामद करी होबै, पपित्तर जनन के गोड़े धोय होबें, और दुखियन की मदद करी होबै, और अच्छे कामन में मन से लगी रई होबै।
जे बातें सांची आंय, और मोरी जा चाहना आय, कि तें इन बातन हां खुल के बताए कि जीने परमेसुर पै बिसवास धरो आय, बे भले कामन में लगे रैबें, कायसे जे बातें बढ़िया और मान्सन के भले की आंय।
हे मोरे प्यारे भईया हरौ, सुनो; का परमेसुर ने ई संसार के गरीबन हां नईं नबेरो, कि बे बिसवास में धनी और ऊ राज के हाकम होबें, जी कौ कौल उन ने अपने प्रेम करबे वारन से करो आय?