14 और आदम नईं, अकेले हव्वा शैतान छलिया की बातन में फंसके अग्या तोड़बेवारी हो गई।
सो जब बईयर ने हेरो कि ऊ पेड़ कौ फल खाबे में नोंनो, और हेरबे में मन हों भाबेवारो, और बुद्धि दैबे के लाने सोई बढ़िया आय; तब ऊने ऊहों तोड़कें खा लओ, और अपने घरवारे हों भी दओ, और ऊने सोई खाओ।
अकेले मोहां डर आय कि जैसे सरप ने होसियारी से हव्वा हां बिलोर दओ, ऊंसई तुमाओ मन को सीधोपन और साजोपन जौन मसीह के संग्गै होबो चईये कहूं बिगड़ न जाबै।