नैम व्यवसथा न मानबेवारन के लाने मैं (जौन परमेसुर की नैम व्यवस्था के बिना नईं, परन्त मसीह की नैम व्यवस्था के अधीन आंव) बिना नैम व्यवस्थावारो बनो, कि बिना नैम व्यवस्थावारन हां ऐंच लाओं।
सो भईया हरौ, हम तुम से कैत आंय, और पिरभू के नाओं से तुम हां समझात आंय, जैसो तुमने तको आय, कि हम जैसो बे चाहत आंय, और जीसे खुस होत आय, ऊंसई रैत आंय, तुम सोई ऊंसई चलत आव सो अच्छे से आगे चलत चलो।