9 सो तुमाई सुनके हम ने परमेसुर को जस मानो, और हम कैसे परमेसुर को ई के लाने धन्न मानें?
फिन येशू, कदमीएल, बानी हशब्नयाह, शेरेब्याह, होदिय्याह, शबन्याह और पतह्यह नाओं लेबियन नें कई, “ठांड़े हो; अपने यहोवा परमेसुर हों अनादिकाल सें लेकें अनंतकाल लौ धन्य कओ। तोरो महिमामय नाओं धन्य कहो जाए, जो सब धन्यबाद और स्तुति सें भौत जादां ऊंचो आए।”
अकेले परमेसुर को धन्न मानत आंव, जौन मसीह में हम हां सबरी जीत देत आय, और अपनी बातन की बास हम में हो सबरी जांगा फैलत आय।
परमेसुर हां उनके ऊ दान के काजें जी की चरचा करबो मुस्कल आय, धन्न मानो जाबे।
सो जब पिरभू यीशु मसीह फिन के आहै तो हमाई आसा और खुसी जैसो मुकुट का तुम न हुईयो?