ई भांत सबरे यहूदिया, और गलील और सामरिया में मण्डली हां चैन मिलो, और ऊ की बढ़त होत रई; और बो पिरभु के डर और पवित्तर आत्मा की शान्ति में और आंगू बढ़त जात हती।
रोबेवारन जैसे आंय, अकेले खुस रैत आंय; कंगाल जैसे लगत, अकेले बिलात जन हां पईसावारे बना देत आंय, ऐसे दिखात मानों हमाए ऐंगर कछु नईंयां अकेले सब कछु धरो आय।
जौन जनें जेहल में डाले गए उन पै तुम ने दया करी, और जब मान्सन ने तुमाई चीज बस्तें ले लईं; तब तुम चिमाने रए, कायसे तुम हां पता हतो कि तुमें ईसे बढ़िया और हमेसा बनी रैबैवारी बस्तें मिल हैं।