7 अपने सबरे सोच ओई पे डाल देओ, कायसे उनईं हां तुमाओ सोच आय।
तुम में से कौन आय, जो चिन्ता कर के अपनी उमर में एक घड़ी भी बढ़ा सकत आय?
उन्ना के लाने तुम काए चिन्ता करत आव? हार के फूलन हां हेरो, कि बे कैसे बढ़त आंय, बे न तो मेहनत करत आंय, और न कातत आंय।
ई लाने जौ कै के चिन्ता न करियो, कि हम का खै हैं, या का पी हैं, या का पैर हैं?
और ऊ खुद पछाऊं के हिस्सा में गद्दी पै सो रओ हतो; तब उन ने ऊहां जगा के ऊसे कओ; हे गुरू, काय तोय चिन्ता नईंयां, कि हम नास भए जात आंय?
फिन यीशु ने अपने चेलन से कओ; ई लाने मैं तुम से कैत आंव, अपने प्रान की चिन्ता सोस न करो, कि हम का खा हैं; और न अपनी देयां की, कि हम का पैर हैं।
ई लाने जब तुम सब से हलको भी काम नईं कर सकत, तो और बातन के लाने काय चिन्ता सोस करत आव?
बो ई लाने भाग जात आय कायसे बो मजूर आय, और ऊहां गाड़रन की चिन्ता नईंयां।
कोई बात की चाहना न करो: परन्त हर एक बात में अपनी बिनती धन्न मान के परमेसुर से करो।