13 और बाबुल में तुमाए घांई जौन नबेरे भए मान्स आंय, बे और मोरो पूत मरकुस तुम हां नमस्कार कैत आंय।
जब ऊहां जौ मालूम भओ तो ऊ यूहन्ना की मताई मरियम के घरै गओ, जौन मरकुस सोई कहात आय; जिते बिलात लोग जमा होकें प्रार्थना कर रए हते।
बरनाबास और शाऊ ल जब अपनो काज पूरो कर चुके, तो यरूशलेम से लौटे, और अपने संग्गै यूहन्ना हां सोई, जौन मरकुस कहात आय लेत आए।
बरनाबास अपने संग्गै मरकुस कहलाबे वाले यूहन्ना हां भी ले जाबो चाहत हतो।
ई पे उन के बीच ऐसी फूट पड़ गई, कि बे एक दूसरे से अलग हो गए: और बरनाबास, मरकुस हां लैके पानू की गैल से कुप्रुस चलो गओ।
अरिस्तर्खुस जौन मोरे संग्गै जेहल में आय, और मरकुस जौन बरनबास को भईया लगत आय (जीके लाने मैंने कई हती कि जब बो तुम लौ आबै, तो उनकी अच्छी खुसामद करियो)।
और मरकुस और अरिस्तर्खुस और देमास और लूका जौन मोरे संग्गै काम करत आंय, तोहां नमस्कार कैत हैं।
मैं सियाने ने ऊ निबरी भई बईयरें और उनके लड़कावारन हां लिखो, जिन हां परमेसुर सांचो प्रेम धरत आय, ई लाने कि हम ने उनकी सांची बातन हां मानो आय, और उन हां पक्को पकड़ें आय, जौन बातें पक्की आंय।
ई मण्डली के जनें तुम हां नमस्कार कैत आंय।
और ऊके माथे पै जौ नाओं लिखो हतो, “मैं बड़े बाबुल शहर, धरती पै की सबसे गन्दी, घिनऊ और बुरई कामन की मताई”।
ऊ ने बड़ी जोर से कई, कि गिर गओ बड़ो बाबुल गिर गओ: और भूतन कौ घर, और दुष्ट आत्मा कौ अड्डा, और एक गन्दी और घिनी चिरईया कौ अड्डा हो गओ।