तब यूसुफ ने हुकम दओ कि उनके बोरा अन्न सें भरो और एक-एक जन के बोरा में उनके रुपईया भी रख देओ, फिन उनकी गैल के लाने भोजनबस्त देओ। सो उनके संगै एैसई करो गओ।
और हर एक जीने मोरे नाओं के लाने घरद्वार या भईयन या बहन या बाप मताई या बच्चन या खेतन हां छोड़ दओ आय, ऊहां सौ गुना मिल है: और बो अनन्त जीवन कौ अधकारी हुईये।
और जब ऊ निकल के गैल में जात हतो, तो एक मान्स ऊके ऐंगर दौड़त भओ आओ, और ऊके आंगू टिंगरे धर के ऊसे पूछो, हे अच्छे गुरू, अनन्त जीवन कौ हक्कदार होबे के लाने मैं का करों?
हम जानत आंय, कि जौन जनें परमेसुर से प्रेम राखत आंय, उन के लाने सबरी बातें भलाई हां उत्पन्न करत आंय, जाने के उनईं के लाने जौन ऊ की मन्सा अनसार टेरे गए आंय।
अब परमेसुर जौन सबरी दया कौ दाता आय, जीने तुम हां मसीह में अपनी सदा की मईमा के लाने बुलाओ आय, तुमाए तनक बेरा लौ पीड़ा उठाबे के पाछें खुद तुम हां सिद्ध, पक्को, सकतीवान और पक्को कर है।