21 और ओई पानू की कनौत सोई, जाने कि बपतिस्मा, यीशु मसीह के जी उठबे से, अब तुम हां बचात आय; (ऊसे देयां कौ मैल हटाबे को मतलब नईंयां, पर सुद्ध विवेक से परमेसुर के बस में हो जाबे कौ मतलब आय)।
हे भईया हरौ, मैंने इन बातन में अपनी और अपुल्लोस की कनौत सी कई, कि तुम हम से जौ सीखो, कि जैसो लिखो आय ऊसे आंगू न बढ़ियो, एक हां बड़ो और दूसरे हां ओछो न जानियो।
कायसे हम अपने हिये की जा बात मानत आंय, कि और ऊ पै बड़वाई करत आंय, कि संसार में और तुमाए बीच हमाई चाल परमेसुर को भाबेवारी पवित्तर और सांची हती, और ऐसो संसार के ज्ञान से नोंई, अकेले परमेसुर की दया से भई।
और जब तुम ने बपतिस्मा लओ तो ऊंसई पिरभू यीशु मसीह के संग्गै मानो गाड़े गए, और परमेसुर के बल पे बिसवास करे से, जिन ने उन हां मरे भयन में से जिलाओ, ऊंसई जी गए।
तो पिरभू यीशु मसीह को रकत जौन बिलकुल बिन पाप हते, परमेसुर के सामूं निषपाप बलदान चढाओ, तो बो तुम हां बुरय काज से पूरे मन से काय न पवित्तर कर है, कि तुम जीयत परमेसुर की सेवा करो।
हमाए पिरभु यीशु मसीह के परमेसुर और बाप कौ धन्नबाद होबै, जीने यीशु मसीह के मरे भयन में से जी उठबे के द्वारा, अपनी बड़ी किरपा से हम हां जीयत आसा के लाने नओ जनम दओ।
और अपनी समज सोई सुद्ध राखो, ई लाने कि जिन बातन के बारे में तुमाई बदनामी होत आय, उन के बारे में बे जौन तुमाए मसीही साजे चाल चलन कौ अपमान करत आंय लज्जित होबें।