कायसे हाकम साजे काम के लाने नईं, परन्त बुरए काम के लाने डरबे कौ कारन आय, सो जदि तें हाकम से निडर रैबो चाहत आय, तो साजे काम कर तो हाकम तोरी पीठ थपथपा है।
हम जानत आंय, कि जौन जनें परमेसुर से प्रेम राखत आंय, उन के लाने सबरी बातें भलाई हां उत्पन्न करत आंय, जाने के उनईं के लाने जौन ऊ की मन्सा अनसार टेरे गए आंय।
और साजो काम करबेवारी रई होबै, जीने अपने लरका वारन हां ठीक से पालो होबै; पाहुरन की सेवा खुसामद करी होबै, पपित्तर जनन के गोड़े धोय होबें, और दुखियन की मदद करी होबै, और अच्छे कामन में मन से लगी रई होबै।