कि पिरभु कौ आत्मा मोपे आय, ई लाने कि ऊ ने गरीब-गुरवन हां भलो सन्देसो सुनाबे के लाने मोरो अभिषेक करो आय, और मोय ई लाने पठैओ आय, कि जौन बन्धुए आंय उन हां छुटकारे कौ और अन्धरन हां तकबे कौ भलो सन्देसो सुनाऔ और कुचले भए हां छुड़ाओं।
और न अपने अंगों को अधरम कौ हथियार होबे को सौंपो, पर अपने आप हां मरे भयन में से जी उठो भओ जान के परमेसुर हां सौंपो, और अंगों को धरम के हथियार होबे के लाने परमेसुर हां सौंपो।
का तुम नईं जानत, जीकौ हुकम मानबे हां तुम अपने आप हां चाकर घांई सौंप देत आव, ओई के चाकर आव: और जी की मानत आव, चाए पाप के, जीसे मौत मिलत आय, चाए हुकम मानबे से, जीकौ अन्त धार्मिकता आय।
कायसे ऊकौ दूसरो छोर तो मौत आय, परन्त अब पाप से स्वतन्त्र होकें और परमेसुर के चाकर बन के तुम हां फल मिलो जीसे पवित्रता मिलत आय, और ऊके दूसरे छोर पै अनन्त जीवन आय।
ऊंसई पिरभू यीशु मसीह बिलात जनों के पापन हां हरबे हां एकई बेर बलदान भए, और जब बे फिन के संसार में आहें तो पाप हां हरबे हां नईं, परन्त जौन उनकी आस लगाए आंय उनको तरन तारन कर हैं।
ई लाने तुम अपने अपने पापन हां एक दूजे के सामूं मान लेओ; और एक दूजे के लाने बिन्तवाई करो, जीसे चंगे हो जाओ; धर्मी जन की बिन्तवाई के असर से भौत कछु हो सकत आय।
और नदिया के ई पार; और ऊ पार, जीवन कौ पेड़ हतो: ऊ में बारह तरहां के फल लगत हते, और बो हर महिना फलत हतो; और ऊ पेड़ के पत्तन से जाति जाति के मान्स चंग्गे होत हते।