“मैं तुमाए मजारें पाहुन और परदेसी आंव; मोहों अपने मजारें कब्रिस्तान के लाने एैसी जमीन मोल दै देओ जो मोरी निज की हो जाए, कि मैं अपने मुरदे हों गाड़कें अपनी आंख की ओट में करों।”
याकूब ने फिरौन सें कई, “मैं एक सौ तीस साल परदेसी होकें अपने जीवन बिता चुको आंव; मोरे जीवन के दिना थोड़े और दुख सें भरे भए सोई हते, और मोरे बाप-दादा परदेसी होकें जितेक दिना लौ जियत रए उतेक दिना कौ मैं अबै नईं भओ।”
यीशु ने आंगू कओ, ई लाने होसयार रओ, ऐसो न होबे कि तुमाए हिये उनीदे और मस्ती, और ई जीवन के सोस चिन्ताओं से सुस्त हो जाबें, और बो दिना तुम पे फन्दे के घांई एकाएक आन पड़े।
ई लाने हे भईया हरौ, मैं तुम हां परमेसुर की दया की याद करा के बिन्तवाई करत आंव, कि अपनी देयां हां जीयत, और पवित्तर, और परमेसुर हां साजो लगबेवारो बलिदान कर के चढ़ाओ: जाई तुमाई आत्मिक सेवा आय।
परन्त मोय अपनी देयां में दूजे भांत की नेम व्यवस्था दिखात आय, जौन मोरी बुद्धि समज से लड़त आय, और मोय पाप अधर्म की नेम व्यवस्था के बन्धन में डालत आय जौन मोरे अंगों में आय।
जे सबरे जनें जौई बिसवास धरें मर गए; और जिन बस्तन की कई गई हती बे न पाईं; परन्त उन ने मानो कि आबेवारे दिना में ऐसो हुईये, अबै ई संसार में हम बाहरवारे परदेसी आंय।