इत्तो करौ कि तुमाओ जीवन सुसमाचार की बातन जैसो होबै, और चाहे मैं आओं और न आओं मोहां पता चलै, कि तुम एकई मन के बने आव और एक होकें पिरभू की बात दूसरन लौ बताबे में लगे रैत आव।
जे बातें सांची आंय, और मोरी जा चाहना आय, कि तें इन बातन हां खुल के बताए कि जीने परमेसुर पै बिसवास धरो आय, बे भले कामन में लगे रैबें, कायसे जे बातें बढ़िया और मान्सन के भले की आंय।
दूसरी जातन में तुमाओ चाल चलन सई रैबे; ई लाने कि जौन जौन बातन में बे तुम हां बुरए काम करबेवारो जान के बदनाम करत हते, बे तुमाए साजे कामन हां तक के; उनईं के काजें, दया किरपा के दिना परमेसुर की मईमां करें।
पर तुम एक नबेरो भओ वंस, और राजपद अधकारी, याजकन कौ समाज, और पवित्तर लोग, और पवित्तर मान्स और परमेसुर की निज परजा आव, ई लाने कि जीने तुम हां अंधयारे में से अपनी जोत में बुलाओ आय, ऊके गुण परगट करो।
और अपनी समज सोई सुद्ध राखो, ई लाने कि जिन बातन के बारे में तुमाई बदनामी होत आय, उन के बारे में बे जौन तुमाए मसीही साजे चाल चलन कौ अपमान करत आंय लज्जित होबें।
अब परमेसुर जौन सबरी दया कौ दाता आय, जीने तुम हां मसीह में अपनी सदा की मईमा के लाने बुलाओ आय, तुमाए तनक बेरा लौ पीड़ा उठाबे के पाछें खुद तुम हां सिद्ध, पक्को, सकतीवान और पक्को कर है।
और फिलेदिलफिया की मण्डली के दूत हां ऐसो लिखो, कि, जो पवित्तर और सांचो आय, और जौन दाऊद की कुंजी धरत आय, जीके खोले भय हां कोऊ बन्द नईं कर सकत और बन्द हां खोल नईं सकत, बो ऐसो कैत आय।
इन चारई जनावरन के छै छै पंखा हते, और उनके भीतर और चारऊ कोद आंखई आंखें हतीं; बे रात दिना बिना आराम करे जौ कहत रैत आंय, कि पवित्तर, पवित्तर, पवित्तर, पिरभू परमेसुर, महाबली, जौन पेंला हते, और अबै आंय, और जौन आबेवारे आंय।
उन ने ऊं ची आवाज में कहो; हे मालक, हे पवित्तर और सांचे जने; तुम कब लौ न्याव न कर हौ? और धरती पै के रहबेवारे जिन ने हमें मार डालो ऊ को पलटा कब लौ न लै हौ?