2 जब हम परमेसुर से प्रेम धरत आंय, और उनकी कई करत आंय, ऐई से हम हां पता आय, कि हम परमेसुर के जन से सोई प्रेम धरें आंय।
मैं तुम हां जे हुकम ई लाने देत आंव, कि तुम एक दूसरे से प्रेम करो।
जब हम उनकी अग्यां मान हैं, तो पता पड़ है कि हम उनकी कई करत आंय।
परन्त जो कोनऊं उनकी कई करबे, बौ सांचई परमेसुर से प्रेम करत आय; ऐसो करबे से पता चलत आय, कि हम उनके आंय।
हम जौ मानत आंय, कि हमाओ नरक कुण्ड से कड़के मानो तरन तारन भओ आय; कायसे कि हम भईयन से प्रेम करत आंय: जौन प्रेम नईं करत, बो मानो नरक कुण्ड में डलो आय।
उनसे हम हां जा अग्यां मिली आय, कि जो कोनऊं परमेसुर से प्रेम धरें आय, ऊ अपने भईया से सोई प्रेम कर है।