कायसे हम अपने हिये की जा बात मानत आंय, कि और ऊ पै बड़वाई करत आंय, कि संसार में और तुमाए बीच हमाई चाल परमेसुर को भाबेवारी पवित्तर और सांची हती, और ऐसो संसार के ज्ञान से नोंई, अकेले परमेसुर की दया से भई।
और जौन मान्सन ने बिसवास नईं करो, कायसे उन की बुद्धि हां ई संसार के ईसुर-शैतान छलिया ने अंधरया दओ आय, कि मसीह जौन परमेसुर आय, उनकी बातन को तेज उन पे अबै न पड़े।
ऐई से मैं जे दुख उठा रओ आंव, और लजात नईंयां, कायसे मैंने जिन पै बिसवास धरो आय उन हां जानत आंव; और मोहां पक्को आय, कि जौन जीवन मैंने उन हां दे दओ आय ऊहां साजो धरे रै हैं।
कायसे हम पेंला, मूरख और परमेसुर की अग्या न मानबेवाले, और दुबधा में हते, और भांत भांत की चाहना करत हते, और मजा मौज चाहत हते और अदावट धरें हते, और दूसरन को बुरओ सोचत हते, और बहुत घिना हते और दूसरन से बैर मानें हते।
हे पापीनिओ, का तुम नईं जानत, कि संसार से दोस्ती करबो परमेसुर से बैर धरबो आय? सो जो कोऊ संसार कौ दोस्त होबो चाहत आय, बो अपने आप हां परमेसुर कौ बैरी बनात आय।
कायसे हम हां पता आय, कि परमेसुर के बेटा ई धरती पै आ गए आंय, और उन ने हम हां ऐसी सीख दई आय, कि हम उन सांचे जनें को चीनें, और उनईं के संग्गै बने रैबें; बे सांचे परमेसुर आंय और उन में होकें बैकुण्ड वास मिलत आय।
और ऊहां अथाह कुण्ड में डालके बन्द कर दओ, और मुहर लगा दई, कि बो हजार बरस पूरे होबे तक जाति जाति के मान्सन हां न भरमाए; ईके बाद जरुरी आय, कि तनक बेरा के लाने ऊहां छोड़ो जाए।