ऐसई तो पता पड़त आय कि कौन शैतान छलिया, और कौन परमेसुर के मानबेवारे आंय; जौन धरम की गैल नईं चलत, बो परमेसुर को मानबेवारे नईंयां, और न ऊ जनो, जौन अपने भईया से प्रेम नईं करत।
जौन प्रेम परमेसुर हम से करत आय, ऊ प्रेम हम ने जानो आय, और हमाए हिये में बस गओ आय; कि परमेसुर प्रेम आय: और जौन प्रेम करत आय बो परमेसुर में रैत आय, और परमेसुर उन में बने रैत आंय।