22 जा बात सोई आय कि जो कछु हम उनसे बिन्तवारी करत आंय, तो बे हम हां देत आंय; कायसे कि हम उनकी कई करत आंय; और जौन बातें उन हां भाती आंय, उनई हां करत आंय।
बो बोलई रओ हतो, कि हेरो, एक उजले बादल ने उन हां छा लओ, और हेरो; बादल में से जौ बोल सुनाई दओ, कि जौ मोरो लाड़लो पूत आय, जीसे मैं बिलात खुस आंव: ई की सुनियो।
मोरे लौ सब कछु आय, और बिलात सोई आय: जौन बस्तें तुम ने इपफ्रुदीतुस के हाथन पठैई हतीं बे मोहां बहुतई साजी लगीं, बे मानो ऊ बली जैसे आय, जी की गन्ध और बलदान से परमेसुर खुस होत आय।
ई लाने तुम अपने अपने पापन हां एक दूजे के सामूं मान लेओ; और एक दूजे के लाने बिन्तवाई करो, जीसे चंगे हो जाओ; धर्मी जन की बिन्तवाई के असर से भौत कछु हो सकत आय।