11 कायसे जौन सन्देसो तुम ने पेंला से सुनो, बो ऐसो आय, कि हम एक दूसरे से प्रेम राखें।
खाबे पे से उठो और अपने उन्ना उतार दए, और गमछा लेके अपनी करयाई बांधी।
मोरो हुक म जौ आय, कि जैसे मैंने तुम से प्रेम करो, वैसई तुम सोई एक दूसरे से प्रेम करो।
तुम एक दूजे को बुझवा उठाओ, और ई तरहां मसीह को नेम पूरो करो।
प्रेम से चलो; जैसो मसीह ने तुम से प्रेम करो; और हमाए काजें जैसो अगरबत्ती की सुगन्ध परमेसुर के आगे भेंट चढ़ाई।
और भईयन में प्रेम के काजें मैं का लिखों; कायसे एक दूजे से प्रेम के लाने तुम ने परमेसुर से सीखो आय।
मोरे कैबे को मतलब जौ आय, कि सांचे मन और साजे हिये से, और बैर न रखबेवाले के बिसवास से प्रेम बढ़त आय।
सो जब तुम ने भाईचारे की निश्चल प्रीति के लाने सत्य के मानबे से अपने हियन हां पवित्तर करो आय, तो तन मन लगा के एक दूजे से अधक प्रेम करो।
ई लाने सबरे के सबरे एक हिये और दया करबेवारे, और भाईचारे की प्रीति रखबेवारे, और तरस खाबेवारे, और नरम बनो।
सब से ऊं ची बात जा आय कि एक दूजे से अधक से अधक प्रेम करो; कायसे प्रेम सबरे पापन हां ढांक देत आय।
जौन बतकाओ हम ने उनके मों से सुनो, ओई तुम हां बतात आंय, कि परमेसुर ज्योत आंय; उन में अंधयारो बिलकुल नईंयां।
प्यारे जनौ, जब परमेसुर हम से ऐसो प्रेम धरें आय, तो हम हां सोई एक दूजे से प्रेम करो चईये।
उनसे हम हां जा अग्यां मिली आय, कि जो कोनऊं परमेसुर से प्रेम धरें आय, ऊ अपने भईया से सोई प्रेम कर है।
प्यारे जनौ, एक दूजे से प्रेम करो; कायसे प्रेम परमेसुर को दओ आय, जो कोनऊं प्रेम करत आय, बो मानो परमेसुर से जन्मो आय; और उन हां मानत आय।
अब हे बईयर, मैं कोई नई बात नईं कैत, परन्त बाई जौन पेंला से कई, ऐसो लिखत आंव; कि तुम एक दूजे से प्रेम धरो।