ऐसई तो पता पड़त आय कि कौन शैतान छलिया, और कौन परमेसुर के मानबेवारे आंय; जौन धरम की गैल नईं चलत, बो परमेसुर को मानबेवारे नईंयां, और न ऊ जनो, जौन अपने भईया से प्रेम नईं करत।
कायसे कोऊ कैबे, कि मैं परमेसुर से प्रेम धरें आंव; और अपने भईया से अदावट धरे; तो ऊ लबरा आय: कायसे जौन अपनी आंखन देखे भईया से प्रेम नईं करे, तो परमेसुर जिन हां ऊ ने कभऊं नईं तको, उनसे कैसे प्रेम धर है।