10 जो कोनऊ अपने भईया से प्रेम धरत आय, ज्योत में बनो रैत आय, और ऊ को कछु बुरओ न हुईये।
फिन भी अपने मन में गहरी जड़ नईं धरत और तनक बेरा कौ आय, और जब बचन के लाने दुख सताव होत आय, तो तुरतईं ठोकर खात आय।
ठोकरों के काजें संसार पे हाय! ठोकरों कौ लगबो जरूरी आय; पर हाय ऊ मान्स पे जीके द्वारा ठोकर लगत आय।
यीशु ने उन से कई, का दिन के बारह धण्टे नईं होत? जदि कोऊ दिन में निंगे, तो बो ठोकर नईं खात कायसे बो ई जगत की ज्योत हां तकत आय।
जौ मान्स कौ पूत को आय? यीशु ने उन से कई, तुमाए बीच ज्योत अब तनक बेरा के लाने आय, जब लौ ज्योत तुमाए संग्गै आय, तौ लौ निंगत रहियो; ऐसो न होबै कि अंधयारो तुम हां आ घेरे; जौन अंधयारे में निंगत आय बौ नईं जानत कि किते जात आय।
तब यीशु ने उन यहूदियन से जिन ने ऊ पे भरोसा करो हतो, कहन लगे, जदि तुम मोरे कहबे जैसो कर हौ, तो सांची में मोरे चेले कहा हौ।
सो आंगू से हम एक दूसरे पे लांछन न लगाबें पर तुम जौ ठान लेओ कि कोनऊ अपने भाई के सामूं ठेस या उपटा लगबे कौ कारण न बने।
कि तुम चीनो कि कौन सी बात तुमाए काजें भली आय, और जब लौ पिरभू फिन के आहें; तुम पवित्तर और बिन खोट के बने रओ।
ई काजें हे भईया हरौ, अपने बुलाए जाबे, और नबेरे जाबे हां पक्को करबे हां और अधक जतन करत जाओ, जदि तुम ऐसो करत हौ, तो कभऊं ठोकर न खा हौ।
परन्त जौन अपने भईया से अदावट धरत आय, बो मानो अंधियारे में आय, और ऊहां जौ पता नईंया कि कौन सी गैल धरें आय, कायसे अंधियारे में ऊहां कछु नईं सूझत।
हम जौ मानत आंय, कि हमाओ नरक कुण्ड से कड़के मानो तरन तारन भओ आय; कायसे कि हम भईयन से प्रेम करत आंय: जौन प्रेम नईं करत, बो मानो नरक कुण्ड में डलो आय।