तुम अपने बाप शैतान से आव, और अपने बाप की मनकी बात हां पूरो करबो चाहत आव। बो तो शुरु से हत्यारो आय, और सत्य पे टिको नईं रओ, कायसे सत्य ऊ में हैई नईंयां: जब बो झूट बोलत आय, तो अपने गुन से बोलत आय; कायसे बो झूटो आय, और झूट कौ बाप आय।
अपने अधरम कौ फल उनईं हां मिल है, उन हां दिन दुपारी सुख विलास करबो साजो लगत आय; बे कलंक और दागी आंय, जब बे तुमाए संग्गै खात पियत आंय, तब अपनी कुदाऊं से प्रेम भोज करके भोग विलास करत आंय।
कायसे कोऊ कैबे, कि मैं परमेसुर से प्रेम धरें आंव; और अपने भईया से अदावट धरे; तो ऊ लबरा आय: कायसे जौन अपनी आंखन देखे भईया से प्रेम नईं करे, तो परमेसुर जिन हां ऊ ने कभऊं नईं तको, उनसे कैसे प्रेम धर है।