का तुम नईं जानत, जीकौ हुकम मानबे हां तुम अपने आप हां चाकर घांई सौंप देत आव, ओई के चाकर आव: और जी की मानत आव, चाए पाप के, जीसे मौत मिलत आय, चाए हुकम मानबे से, जीकौ अन्त धार्मिकता आय।
का तुम हां पता नईंयां? कि जौन पवित्तर बस्तन की चाकरी खुसामद करत आंय, बे मन्दर में से खात आंय; और जौन वेदी की सेवा करत आंय; तो जो कछु वेदी पे चढ़ाओ जात आय ओई में से खात आंय?
ई लाने मैं तो ई परकार से दौड़त आंव, परन्त ऐसो नईं कि ठिकानो न होबे, मैं सोई ऐई परकार से घूंसों से लड़त आंव, परन्त उन घांई नईं जौन हवा को पीटत भए लड़त आंय।
मोरो जाबो ईसुर के बताए भओ: और जो बचन में अन्य जातियन में परचार करत हों, बो मैंने उन हां बता दओ; पै अकेले में उन हां जौन बड़े कहात हते, कि ऐसो नईं होबे, कि मोरी अबै की, और आंगे की दौड़ बेकार जाबै।
उन से धोका न खाईयो जौन ऐसे दिखात आंय कि बड़े कोंरे मन के आंय, जौन सरगदूतन की पूजा करत आंय परन्त तुम हां ऊ इनाम से जौन तुम हां मिलो चईये ऊ में बिलोरा डालत आंय। ऐसो मान्स बेसमझी की बातें करत आय और स्वारथी आय।
ई लाने जब इतने सबरे जनों की गवाह हम जानत आंय, तो अब सबरी रोकबेवारी बस्तन और उलझाबेवारे पाप और बुरई बातन हां छोड़ के, जैसी दौड़ हम हां दौड़ने आय ऊहां संभल के दौड़ें।
धन्न आय बो मान्स, जौन परीक्षा में पक्को कड़े; कायसे बो परीक्षा में खरो कड़ के जीवन कौ बौ मुकुट पा है, जी कौ कौल पिरभु ने अपने प्रेम धरबेवारन हां दओ आय।