26 सो मोरी समज में जौ साजो आय, कि ई दिना में पीड़ा के काजें मान्स जैसो आय, ऊं सई रैबे।
उन के लाने हाय, जौन उन दिना पेट से हुईयें और जौन दूध पिलात हुईयें।
उन दिना में जौन गरभवती और जौन दूध पिलाबेवारी हुईयें, उन के लाने हाय, हाय, कायसे देस में बड़ो कहर और इन मान्सन पे बड़ी आपत्ति हुईये।
उन बातन के लाने जौन तुम ने लिखीं आंय, जौ साजो आय, कि मान्स बईयर हां न छिए।
जदि तोरी घरबारी आय, तो ऊसे अलैदा होबे कौ जतन न कर: और जदि तोरी घरवारी नईंयां, तो बईयर हां न खोज।
परन्त जदि तें ब्याओ सोई करे, तो पाप नईंयां; और जदि कुंआरी ब्याही जाबै तो कछु पाप नईंयां; परन्त ऐसन हां देयां की पीड़ा हुईये, और मैं बरकाओ चाहत आंव।
परन्त मैं बिना ब्याओवारन और बिधवाओं के लाने कैत आंव, कि उन के लाने ऐसई रैबो साजो आय, जैसो मैं आंव।
कि तुम हलकी सी अगमवानी की बात से उखड़ न जईयो, और कोऊ चिठिया जौन हमाई ओर से होबै, जा समझिओ कि पिरभू के आबे को दिना आ चुको आय।
बा बेरा आ पोंची आय, कि पेंला परमेसुर के मान्सन कौ न्याय करो जाए, जब न्याय कौ शुरू हमई से हुईये, तो उनकौ का अन्त हुईये जौन परमेसुर के भले सन्देसे हां नईंर् मानत आंय।