परन्त मैं जो कछु आंव, परमेसुर की दया से आंव: और उनकी जौन दया मो पे भई आय, बा अकारथ नईं गई; परन्त मैंने उन सबरन से बढ़के मैनत सोई करी: जानो कि जौ मोरी कुदाऊं से नईं भओ परन्त परमेसुर की दया से जौन मो पे हती।
ब्याओवारी और बिना ब्याओवारी में सोई भेद आय: बिना ब्याओवारी पिरभु के सोच में रैत आय, कि बो देयां और आत्मा दोईयन में पवित्तर होबै, परन्त ब्याओवारी संसार के सोच में रैत आय, कि अपने मन्सेलु हां खुस राखै।
कायसे हम बिलात जनों जैसे नईंयां, जौन परमेसुर की बातन में कछु दूसरी बातें जोड़ देत आंय; अकेले हिये से, परमेसुर की बातें परमेसुर हां मानो सजीव देखत मसीह में कैत आंय।