5 मैं तुम हां लज्जित करबे हां ऐसो कैत आंव: का तुम में एकऊ समझवारो नईंयां, जौन अपने भईयन के बीच न्याव करे।
और उनई दिना में पतरस भईयन के संग्गै जौन एक सौ बीस के लगभग इकट्ठे जुड़े हते, ठांड़ो होकें कैन लगो।
हनन्याह ने उत्तर दओ, हे पिरभु, मैंने ई मान्स के बारे में कुल्ल मान्सन से सुनो आय, कि ईने तोरे पवित्र जन के संग्गै यरूशलेम में बड़ी बड़ी बुराईयां करी आंय।
का तुम हां नईं पता, कि जदि मन्सेलू बड़े बाल राखे, तो ओई कौ मान घटत आय।
धरम के लाने जाग उठो और पाप न करो; कायसे कि कितेक ऐसे आंय जौन परमेसुर को नईं जानत, मैं तुम हां लजाबे हां जौ कैत आंव।
कोऊ अपने आप हां धोखा न देबे: जदि तुम में से कोऊ ई संसार में अपने आप हां ज्ञानी समझे, तो मूरख बने; कि ज्ञानी हो जाबै।
हम मसीह के लाने मूरख आंय; परन्त तुम ज्ञानवान आव: हम कमजोर आंय और तुम बली आव: तुमहां मान दओ जात आय, और हम हां ओछो लेखो जात आय।
मैं जे बातें तुमहां लजाबे हां नईं लिखत, अकेले अपनो प्यारो लड़का जान के समझात आंव।
का तुम में से कोऊहां ऐसी हिम्मत आय, कि जब दूसरे जनें से न्याव होबे, तो निपटाबे हां पापी मान्सन लौ जाए; और पवित्तर मान्सन लौ न जाबै?
जदि तुम हां संसार की बातन कौ न्याव करने होबे, तो का उनहां बैठा हौ जौन समाज में कछु नईं समजे जात आंय?
जदि तुम में से कोई हां समज की घटी होबै, तो बो परमेसुर से मांगे, परमेसुर बिना कए सबई हां उदारता से देत आय; और बुद्धि समज ऊ ए दई जै है।