कि तें उन की आंखन हां खोले, जीसे की बे अंधयारे से उजयारे की कोद, और शैतान के राज्य से परमेसुर की कोद फिरें; जीसे की बे पापन की क्षिमा, और उन लोगन के संग्गै पदवी पाबें, जौन मोय पे भरोसा करबे के द्वारा पवित्र भए आंय।
और ऐसो न होबे कि जौन जोत मैंने पाई बिलात होबे से मैं फूल जाओं, मोरी देह में एक कांटा लगाओ गओ, कि शैतान छलिया को एक दूत मोहां घूंसा मारै कि मैं फूल न जाओं।
परमेसुर के ऊ दिना की बाट तक के ऊके झट्टईं आबे के लाने कैसी कोसिस करो चईये? ऊ दिना आकास आगी से जल के नास हो जै है, और चीजें बस्तें बिलात तांती होकें पिघल जें हैं।
कोऊ अपने भईया हां ऐसो पाप करत तकै, जी पाप से नरक कुण्ड हां नईं जात तो ऊहां परलोक मिल है, कायसे पाप ऐसो सोई होत आय जीसे परलोक नईं मिलत, ऐसे पाप के लाने बिन्तवारी करबे हां मैं नईं कैत।