10 जौ नईं, कि तुम सबरेहार ई संसार के परतिरिया संगत करबेवारन की, लालची, या अन्धेर करबेवारे, मूर्ती पूजबेवारों की संगत न करो; कायसे ऐसे में तो तुम हां संसार में से कड़ जाने पड़तो।
फरीसी ठांड़ो होकें अपने हिये में जौ बिन्तवाई करन लगो, कि हे परमेसुर मैं तोरो धन्नवाद करत आंव, कि मैं और मान्सन घांई अन्धेर करबेवारो, अन्यायी और परत्रिया भोगी नईंयां, और न ई चुंगी लेबेवारे के घांई आंव।
जदि तुम संसार के होते, तो संसार अपनों से प्रेम करतो, परन्त ईसे कि तुम संसार के नईं आव, पर मैंने तुम हां संसार में से नबेर के बायरें काड़ लओ आय, ई लाने संसार तुम से बैर रखत आय।
मोरो कैबो जौ आय; कि जदि कोऊ बिसवासी कहाबे, और परतिरिया संगतवारो, लालची, मूरतन की पूजा करबेवारो, गाली देबेवारो, दारू पीबेवारो, या अंधेर करबेवारो होबै, तो ऊ की संगत न करियो; इते लौ कि ऐसे मान्स के संग्गै रोटी सोई न जेईयो।
और जौन मान्सन ने बिसवास नईं करो, कायसे उन की बुद्धि हां ई संसार के ईसुर-शैतान छलिया ने अंधरया दओ आय, कि मसीह जौन परमेसुर आय, उनकी बातन को तेज उन पे अबै न पड़े।
कि तुम ई संसार में बिन दोस के सूदे सादे परमेसुर के जने होकें ई बुरई और टेढ़े संसार में बिन पाप बने रओ, (उन मान्सन के बीच जिन्हें तुमें जीवन की बातें बता के, मानो एक जलत भओ दिया जैसे आव)।