14 परन्त सारीरिक मान्स परमेसुर की आत्मा की बातें नईं अपनात, कायसे बे बातें ऊ की समझ सें मूरखता की बातें आंय, और बो उन हां समज नईं सकत कायसे उनकी परख आत्मिक रूप से होत आय।
तब ऊने मुड़के पतरस से कई, हे शैतान मोरे सामने से दूर हो: तें मोरे लाने ठोकर कौ कारन आय; कायसे तें परमेसुर की बातन पे नईं, पर मान्सन की बातन पे मन लगात आय।
और लुदिया नाओं की थुआथीरा नगर की एक बईयर सुन रई हती, बो बैंजनी उन्ना बेचबेवाली और परमेसुर की भक्त हती, प्रभु ने ऊ को मन खोलो, कि बो पौलुस के बतकाओ पे ध्यान दैबे।
और कछु इपीकूरी और स्तोईकी ज्योतिषियन भी ऊसे बहस करन लगे, कछु कहत हते, जौ बकवासी कहबो का चाहत आय? पर दूसरन ने कई; जौ तो अद्भुत देवता कौ परचार करबेवालो जान पड़त आय, कायसे बो यीशु और मरे भयन के जी जाबे कौ परचार कर रओ हतो।
पर उन कौ सोच फरक हतो, ऊके संग्गै केवल अपने धरम की कछु बातन और यीशु नाओं के एक मान्स के बारे में हती, जौन मर गओ हतो, पर पौलुस ऊके जीयत होबे कौ दावा करत हतो।
कायसे जब परमेसुर के ज्ञान अनसार संसार ने ज्ञान से परमेसुर हां न चीनो तो परमेसुर हां जौ साजो लगो, कि ई परचार की मूरखता द्वारा बिसवास करबेवारन हां तरन तारन देबे।
जैसे उन ने तुम हां अपनाओ, और जिन में तुम बने आव; सो अब कोई हां तुम हां और नईं चिताने, कायसे बे तो आपऊ तुम हां सबरी बातें बतात आंय; कोऊ सांचो आय लबरा नईंयां, सो जौन बातें उन ने बताई उन हां मानो।
कायसे हम हां पता आय, कि परमेसुर के बेटा ई धरती पै आ गए आंय, और उन ने हम हां ऐसी सीख दई आय, कि हम उन सांचे जनें को चीनें, और उनईं के संग्गै बने रैबें; बे सांचे परमेसुर आंय और उन में होकें बैकुण्ड वास मिलत आय।