जब उते हमाए ठहरबे के दिना पूरे भए, तो हम विदा होकें चले; और सब मान्स बईयरन, बच्चन संग्गै हम हां नगर के बायरें लौ पहुंचाबे आए, और समुन्दर तीरे पे घुटना टेक के प्रार्थना करबे के पाछें हम ने एक दूसरे से विदा लई।
ई लाने की बो बन्दरगाह जड़कारो बिताबे के लाने सही नईं हतो; ज्यादातर लोगन की जा सलाह भई, की उते से आंगू बढ़ें, की कोऊ तरहां फीनिक्स पोंच के जड़कारो बिताएं, जौ क्रेते कौ एक बन्दरगाह आय, जीको मों दक्खन-पश्चिम और उत्तर-पश्चिम कोद आय।
ई लाने जब मैं इसपानिया हां जै हों तो तुम लौ होत भओ जै हों, कायसे मोय आसा आय, कि ऊ जांगा में तुम से भेंट कर हों, और जब तुमाई संगत से मोरो जी भर जाबै, तो तुम मोय कछु आंगू लौ पोंचा दईयो।