6 ई लाने हे भईया हरौ, जदि मैं तुमाए ऐंगर आके दूसरी भाषा में बात करों, और बुद्धमानी, या ज्ञान समज, या अगमवानी, या उपदेस की बातें तुम से न कओं, तो तुम हां मो सें का फायदा हुईये?
ओई बेरा यीशु ने कई, हे बाप, सरग और धरती के पिरभू; मैं तोरो धन्न मानत हों, कि तेंने इन बातन हां पंडितन और शास्त्रियन से लुका के धरीं, और हलकन पे दरसाई आंय।
हे मोरे भईया हरौ, मैं खुद तुमाए बारे में पक्के से जानत आंव, कि तुम सोई आप ही भलाई से भरे और पिरभु परमेसुर की समज से भरेपूरे आव और एक दूजे हां चिता सकत आव।
सो हे भईया हरौ, मैं तुम से बिन्तवाई करत आंव, कि जौन मान्स ऊ सीख के बिरुद्ध जौन तुम ने सीखी आय, फूट डालबे और ठोकर खिलाबे के काजें कछु करें, उन हां ताड़ लए करे; और उन से दूर रओ।
ऐई भांत जदि बिना जी वारी बस्तें सोई, जिन से आवाज कड़त आय मानौ बांसरी, या बीन, जदि उनकी आवाज में अन्तर न होबे, तो जौन फूंको या बजाओ जात आय, तो बो कौन भांत चीनो जै है?
और ऐसो न होबे कि जौन जोत मैंने पाई बिलात होबे से मैं फूल जाओं, मोरी देह में एक कांटा लगाओ गओ, कि शैतान छलिया को एक दूत मोहां घूंसा मारै कि मैं फूल न जाओं।
कायसे पवित्र शास्त्र के एक एक बचन परमेसुर की आत्मा के कय से लिखे गए आंय, जीसे उपदेस होबे, और मान्सन के समझाबे और सुधरबे, और धरम की गैल जानें हां साजो आय।
जे बातें सांची आंय, और मोरी जा चाहना आय, कि तें इन बातन हां खुल के बताए कि जीने परमेसुर पै बिसवास धरो आय, बे भले कामन में लगे रैबें, कायसे जे बातें बढ़िया और मान्सन के भले की आंय।