रीतियन और आगमवक्तन की पुस्तकन में से बोल हां पढ़बे के पाछें प्रार्थनाघर के हाकिमन ने उन के ऐंगर कहला पठैव, की हे भईया हरौ, अगर तुमाए ऐंगर लोगन के लाने कोऊ सुनाबेवारी बात होबै तो कओ।
ई भांत सबरे यहूदिया, और गलील और सामरिया में मण्डली हां चैन मिलो, और ऊ की बढ़त होत रई; और बो पिरभु के डर और पवित्तर आत्मा की शान्ति में और आंगू बढ़त जात हती।
ई लाने हे भईया हरौ का करो चईये? जब तुम सब जुड़त आव, तो हर एक में भजन, उपदेस या दूसरी भाषा या जोत, या दूसरी भाषा कौ मतलब बताबो रैत आय: सबई कछु आत्मिक बढ़ती के लाने होबो चईये।
सो भईया हरौ, हम तुम से कैत आंय, और पिरभू के नाओं से तुम हां समझात आंय, जैसो तुमने तको आय, कि हम जैसो बे चाहत आंय, और जीसे खुस होत आय, ऊंसई रैत आंय, तुम सोई ऊंसई चलत आव सो अच्छे से आगे चलत चलो।
और उनके किस्सा कहानी पै और जौन मान्सन की पुस्तन को अन्त नईयां उन पै ध्यान न धरे, कायसे इनसे विवाद होत आंय; और ईको परमेसुर के तरन तारक से कछु मतलब नईंयां, जो बिसवास से सम्बन्ध रखत आंय।
और जिन के मालक बिसवासी आंय, इन हां बे भईया होबे के कारन तुच्छ न जानें; बल्कि उन की और भी सेवा करें, कायसे ईसे लाभ उठाबेवारे बिसवासी और प्रेमी आंय: इन बातन के लाने उपदेस करियो और समझात रहियो।
मैं ने सिलवानुस के हाथ, जिये मैं बिसवास जोग भाई मानत आंव, तनक में लिख के तुम हां समजाओ आय और जा गवाय दई आय, कि परमेसुर की सांची दया जाई आय, ऐई में पक्के बने रओ।