हम जानत आंय, कि नैम व्यवस्था जो कछु कैत आय उनईं से कैत आय, जौन नैम व्यवस्था के मानबेवारे आंय: ई लाने के सबरन के मों बन्द करे जाबें, और सबरो संसार परमेसुर के दण्ड के जोग ठैरे।
जैसो एक मान्स के पाप करबे कौ फल भओ, ऊंसई दान की दसा नईं, कायसे एकई के काजें दण्ड के हुकम कौ फैसला भओ, परन्त बिलात पापन के काजें ऐसो बरदान पैदा भओ, कि मान्स धरमी ठैरें।
कायसे जब परमेसुर के ज्ञान अनसार संसार ने ज्ञान से परमेसुर हां न चीनो तो परमेसुर हां जौ साजो लगो, कि ई परचार की मूरखता द्वारा बिसवास करबेवारन हां तरन तारन देबे।