सो जब लौ पिरभु न आबै, बेरा से पेंला कोऊ बात कौ न्याय न करो: ओई तो अंधयारे की लुकी बातें उजारे में दिखा है, और हियों के सोचों हां उजागर कर है, तब परमेसुर कुदाऊं से सबरन की बड़वाई हुईये।
आगे परमेसुर जौन सांचे आंय मोरे काजें धरम को मुकुट धरें आंय, जौन मोहां दै हैं और मोहां नईं, परन्त उन हां सोई दै हैं, जौन उनके फिन के आबे की प्रेम से बाट तकें आंय।
ऊंसई पिरभू यीशु मसीह बिलात जनों के पापन हां हरबे हां एकई बेर बलदान भए, और जब बे फिन के संसार में आहें तो पाप हां हरबे हां नईं, परन्त जौन उनकी आस लगाए आंय उनको तरन तारन कर हैं।
परमेसुर के ऊ दिना की बाट तक के ऊके झट्टईं आबे के लाने कैसी कोसिस करो चईये? ऊ दिना आकास आगी से जल के नास हो जै है, और चीजें बस्तें बिलात तांती होकें पिघल जें हैं।
प्यारे भईया हरौ, अबै तो हम परमेसुर के लड़का बिटिया कहात आंय, और अबै जौ पता नईंयां, कि हम और का हुईयें! इतनो पता आय, कि जब बे फिन के आहें तो हम सोई उन घांई हो जै हैं, और उन हां उनके सांचे रूप में तक हैं।