24 द्वारपाल पूरब, पच्छिम, उत्तर, दक्खिन चारऊं दिसा की रखनवारी करत हते;
सो बे उनकी संतान यहोवा परमेसुर के भवन के फाटकों की रखनवारी बारी-बारी सें करत हते।
और उनके भईया जौन गांवों में रैत हते, उनहों सात-सात दिना के बाद बारी बारी सें उनके संगै रैबे के लाने आने पड़त हतो,