11 और अजर्याह जौन यहोवा परमेसुर के भवन कौ परधान और हिलकिय्याह कौ मोंड़ा हतो, जौ मशुल्लाम कौ मोंड़ा, जौ सादोक कौ मोंड़ा, जौ मरायोत कौ मोंड़ा, जौ अहीतूब कौ मोंड़ा हतो;
तब बे चिट्ठी डालकें बरोबर-बरोबर बांटे गए, कायसे एलीआज़ार और ईतामार दौनऊं के बंसों में पवित्तर जागां के हाकम और यहोवा परमेसुर के हाकम ठैराए भए हते।
और अदायाह जौन यरोहाम कौ मोंड़ा हतो, जौ पशहूर कौ मोंड़ा, जौ मल्किय्याह कौ मोंड़ा, जौ मासै कौ मोंड़ा, जौ अदोएल कौ मोंड़ा, जौ जेरा कौ मोंड़ा, जौ मशुल्लाम कौ मोंड़ा, जौ मशिल्लीत कौ मोंड़ा, जौ इम्मेर कौ मोंड़ा;
सरायाह, अजर्याह, यिर्मयाह;
और सरायाह जो यहोवा परमेसुर के भवन कौ महायाजक और हिल्किय्याह कौ मोंड़ा हतो, जो मशुल्लाम कौ मोंड़ा, जो सादोक कौ मोंड़ा, जो मरायोत कौ मोंड़ा, जो अहीतूब कौ मोंड़ा हतो,
ऊ ने जाके धरम महापण्डतन और पहरेदारों के सरदारों के संग्गै बात चीत करी, कि यीशु हां कौन भांत उन के हाथ पकड़वाए।
जब मन्दर के सरदार और प्रधान याजकन ने जे बातें सुनीं, तो उन के विषय में भारी चिन्ता में पड़ गए कि उन कौ का भओ?
तब सरदार, सिपाईयन के संग्गै जाके, उन हां ले आए, पर जबरदस्ती नईं, कायसे मान्सन से डरात हते, कि बे उन हां पत्थरन से न मार डालें।