21 इनोंरन ने उनके पसु लै लए, मतलब ऊंट तौ पचास हजार, गाड़र-छिरियां ढ़ाई लाख, गदहा दो हजार, और मान्सन एक लाख बन्दी करके लै गए।
उनके बिरुद्ध इनहों मदद मिली, और हग्री उन सबरन समेंत जौन उनके संगै हते उनके हाथ में कर दए गए; कायसे युद्ध में इनोंरन ने यहोवा परमेसुर की दोहाई दई हती और ऊने उनकी बिन्तवाई ई कारन सुनी कि इनोंरन ने ऊपै भरोसा धरो हतो।
बिलात से मरे डले हते कायसे बा लड़ाई यहोवा परमेसुर कुदाईं सें भई। जे उनकी जागां में बंधुआई की बेरा लौ बसे रए।
और दालचीनी, मसाले, धूप, इतर, लोबान, दारू, तेल, मैदा, पिसिया, गईयां, बैलवा, गाड़र, छिरियां, घुड़वा, रथ और नौकर, और मान्सन के प्रान।