12 द्वारपालों के दल इन खास मान्सन के हते, जे अपने भईयों के बिरोबर ही यहोवा परमेसुर के भवन में सेवा खुसामद करत हते।
उनोंरन ने का छोटे, का बड़े, का गुरु, का चेला, अपनी-अपनी बारी के लाने चिट्ठिया डाली।
दूसरो हिल्किय्याह, तीसरो तबल्याह और चौथो जर्कयाह हतो; होसा के सबरे मोंड़ा और भईया मिलाकें तेरह हते।
इनोंरन ने का छोटे, का बड़े, अपने अपने पितरों के घरानों के अनसार एक-एक फाटक के लाने चिट्ठिया डाली।
सो बे उनकी संतान यहोवा परमेसुर के भवन के फाटकों की रखनवारी बारी-बारी सें करत हते।