1 जब दाऊद अपने भवन में रैन लगो, तौ दाऊद ने नातान आगमवक्ता सें कओ, “हेर, मैं तौ देवदार के बने भए घर में रैत आंव, परन्त यहोवा परमेसुर की बाचा कौ संदूक तम्बू में रैत आय।”
कायसे जी दिना सें मैं इस्राएलियन हों मिस्र सें ल्याओ, आज के दिना लौ मैं कभऊं घर में नईं रओ; परन्त एक तम्बू सें दूसरे तम्बू हों और एक निवास सें दूसरे निवास हों आओ जाबो करत आंव।
तब दाऊद राजा ठांड़े होकें कैन लगो, “हे मोरे भईया हरौ! और हे मोरी परजा के मान्सन! मोरी सुनो, मोरी मनसा तौ हती कि यहोवा परमेसुर की बाचा के संदूक के लाने, और हमोंरों के यहोवा परमेसुर के चरनों की चौकी के लाने बिश्राम कौ भवन बनाओं, और मैंने ऊके बनाबे की तईयारी करी हती।
सुरू सें आखिर लौ राजा दाऊद के सबरे कामों के बृतांत, और ऊके राज और पराक्रम कौ, और ऊपै और इस्राएल पै, बल्कि देस देस के सबरे राज्यों पै जो कछु बीतो, ईकौ भी बृतांत शमूएल दरशी, और नातान आगमवक्ता, और गाद दर्शी की पोथिओं में लिखो आय।