27 ऊके चारऊं कुदाईं बैभव और ऐश्वर्य आय; ऊकी जागां में सामर्थ्य और आनन्द आय।
हे बाप, मोरी चाहना आय कि जिन हां तेंने मोय दओ आय, जिते मैं आंव, उते सोई मोरे संग्गै रएं कि बे मोरी ऊ महिमा हों तक सकें, जीहां तेंने मोय दई आय, कायसे तेंने संसार के जन्म से पेंला मोय से प्रेम करो।
कायसे देस-देस के सबरे देवता मूरतेंईं आंय; परन्त यहोवा परमेसुर ही ने सरग हों बनाओ आय।
हे देस-देस के कुलो, यहोवा परमेसुर कौ गुणगान करो, यहोवा परमेसुर की मईमा और सामर्थ हों मानो।
फिन ऊने उनसें कई, “जाकें चिकनो चिकनो भोजन करौ और मीठो मीठो रस पियो, और जिनके लाने कछु तईयार नईं भओ होबै उनके लिगां सोई भोजन पठैओ; कायसे आज कौ दिना हमाए पिरभु के लाने पवित्तर आय; और उदास नें रओ, कायसे यहोवा परमेसुर कौ आनंद तुमाए पक्के गढ़ जैसो आय।”