मैं का आंव और मोरी परजा का आय कि हम हों ई रीत सें अपनी मरजी सें तोहों भेंट दैबे की सक्ति मिले? तोरेई सें तौ सब कछु मिलत आय, और हमने तोरे हाथ सें पाकें तोहों दओ आय।
ई तरहां परमेसुर की कोद से मदद पाके मैं आज लौ बनो भओ आंव और हल्के बड़े सबई के आंगू गवाही देत आंव, और जौन बातें आगमवक्तन और मूसा ने कई आंय, की बे होबेवाली आंय, उनहां छोड़ कछु नईं कहत।