9 तब उनोंरन ने ऊके उन्ना हों उतारकें ऊकी मूंड़ और कवच हों लै लओ और पलिश्तियों के देस के सबरी जागांओं में दूतों हों ई लाने पठैव कि उनके देवतन और साधारण मान्सन में जौ सुभ सन्देस देत जाएं।
तब उनोंरन ने ऊके कवच हों अपने देवालय में रखो, और ऊकी खुपड़िया हों दागोन के मंदर में लटका दओ।
तब शाऊल ने अपने हथयार ढोबेवारे सें कई, “अपनी तलवार खेंचकें मोहों भोंक दे, कऊं एैसो नें होए कि बे बिना खतानावारे मान्स आकें मोरो मजाक करें;” परन्त ऊके हथयार ढोबेवारे ने डराकें एैसो करबे सें मना करो। तब शाऊल अपनी तलवार ठांड़ी करके ऊपै गिर पड़ो।
दूसरे दिना जब पलिश्ती, मारे गए मान्सन के माल हों लूटबे आए, तब उनहों शाऊल और ऊके मोंड़ा गिलबो पहाड़ पै पड़े भए मिले।
और ऊकी मूड़ एक टाठी में लाई गई; और बिटिया हां दै दओ; और बो अपनी मताई के ऐंगर ले गई।