4 नूह, शेम, हाम और येपेत।
नूह के मोंड़ा शेम, हाम और येपेत हते; उनके मोंड़ा जल-प्रलय के बाद पैदा भए। उनकी बंसावली कौ बिवरण जौ आय।
और नूह पांच सौ साल कौ हो गओ; और नूह सें शेम, हाम और येपेत पैदा भए।
तब यहोवा परमेसुर ने नूह सें कई, “तें अपने पूरे घराने के संगै जहाज में जा; कायसे मैंने ई बेरा के मान्सन में सें केवल तोए हों अपनी नजर में धरमी पाओ आय।
नूह के जो मोंड़ा जहाज में सें कड़े, बे शेम, हाम और येपेत हते; और हाम कनान कौ बाप भओ।
नूह के तीनईं मोंड़ा जेई आंय, और इनकौ बंस पूरी पृथ्वी पै फैल गओ।
ई तरहां नूह की पूरी उमर साढ़े नौ सौ साल की भई; ईके बाद ऊ मर गओ।
हनोक, मतूशलेह, लेमेक;
येपेत के मोंड़ा: गोमेर, मागोग, मादै, यावान, तूबल, मेशेक और तीरास।
जैसो नूह के दिना में भओ हतो, ऊंसई मान्स के पूत के दिना में सोई हुईये।
और बो केनान कौ, और बो अरफजद कौ, और बो शेम कौ, और बो नूह कौ, और बो लिमिक कौ।
बिसवास धर के नूह ने जौन बात ऊ बेरा न दिखात हती, जब कहो गओ तो साजे मन से अपने घर के लोगन हां बचाबे हां एक बड़ी नाव बनाई, और संसार के दूसरे जनों पै न्याय आ गओ और बे डूब मरे; और नूह हां अपने बिसवास से आसीस मिली।
परमेसुर ने पेंला जुग के संसार हां सोई न छोड़ो, परन्त पाप भरे संसार पे महा जलप्रलय पठै के सांचई के परचारक नूह के संग्गै सात और जनन हां बरका लओ।