“मै तो थमनै पाणी तै, पापां ताहीं छोड़ण का बपतिस्मा देऊ सूं, पर जो मेरै पाच्छै आवैगा, वो मेरै तै भी शक्तिशाली सै। मै उसकी जूत्ती ठाण जोग्गा भी कोनी। वो थमनै पवित्र आत्मा अर आग तै बपतिस्मा देवैगा।
ये चिट्ठियाँ यूहन्ना की ओड़ तै आसिया परदेस की सात कलीसियाओं के नाम सै। परमेसवर पिता की ओड़ तै थमनै अनुग्रह अर शान्ति मिलै, जो सै, अर जो था, अर जो आण आळा सै, अर इन सात आत्मायाँ की ओड़ तै जो उसकै सिंहासन कै स्याम्ही सै।
उसनै मेरे ताहीं यो भी कह्या के सरदीस नगर की कलीसिया के सुर्गदूत नै लिख, के “जिसकै धोरै परमेसवर की सात आत्मा अर सात तारे सै, वो न्यू कहवै सै,” के मै तेरे काम्मां नै जांणु सूं, के तू मेरा बिश्वास लायक बिश्वासी तो कुह्वावै सै, पर असल म्ह तन्नै मेरा कहणा मानना छोड़ दिया सै।
फेर मन्नै उस सिंहासन अर च्यारु प्राणियाँ अर उन बुजुर्गां कै बिच्चाळै, मान्नो एक मारया होड़ मेम्ना खड्या देख्या जो पैहले मर ग्या था, पर इब वो जिन्दा होग्या सै, उसकै सात सींग अर सात आँख थी, ये परमेसवर की सात्तु आत्मा सै, जो साब्ती धरती पै भेज्जी गई सै।