अर मन्नै एक पशु ताहीं समुन्दर म्ह तै लिकड़दे होड़ देख्या, जिसके दस सींग अर सात सिर थे, उसके सीन्गां पै दस राजमुकुट अर उसके सिरां पै परमेसवर की बुराई के नाम लिक्खे होड़ थे।
फेर सुर्गदूत मेरी आत्मा नै एक जंगल-बियाबान म्ह लेग्या, ओड़ै मन्नै एक जनानी ताहीं लाल रंग के एक पशु पै बेठ्ठे देख्या, वो पशु परमेसवर की बुराई करण आळे शब्दां तै ढक्या होड़ था, अर इसकै सात सिर अर दस सींग थे।
उस सुर्गदूत नै मेरै तै कह्या, “तू क्यांतै हैरान होया?” मै इस जनानी, अर उस पशु का, जिसपै वा चढ़री सै, अर जिसके सात सिर अर दस सींग सै, उसका तेरे ताहीं भेद बताऊँ सूं।