इस दुनिया के ईश्वर शैतान नै उन अबिश्वासियाँ की अकल ताहीं, आँधी कर दिया सै, ताके उस चाँदणे नै जो मसीह के तेजोमय सुसमाचार तै आवै सै, उस ताहीं देख ना सकै। जो दिखावै सै के परमेसवर किसा सै।
वो अधर्मी माणस परमेसवर अर उन दुसरी चिज्जां का बिरोध करैगा। जिनकी लोग भगति करै, वो दावा करैगा के वो उनतै भी घणा बड़ा सै, उरै ताहीं के वो परमेसवर के मन्दर म्ह बैठकै अपणे-आप ताहीं ईश्वर बतावैगा।
अर उसकी पुन्झड़ नै अकास के एक तिहाई हिस्से के तारे खिंचकै धरती पै गेर दिए, अर वो अजगर उस जनानी के स्याम्ही जो जच्चा थी, खड्या होया, के जिब वा बाळक जणै तो उसकै बाळक नै निगळ जावै।
अर उस ताहीं उस पशु की मूर्ति म्ह जी घाल्लण का हक दिया गया, के पशु की मूर्ति बोल्लण लाग्गै, अर जितने माणस उस पशु की मूर्ति की पूजा न्ही करै, उन ताहीं मरवा देवै।
अर जो पशु मन्नै देख्या, वो चित्तै बरगा था, अर उसके पाँ भाल्लू जिसे, अर मुँह शेर कै बरगा था, अर उस अजगर नै अपणी सामर्थ, अर अपणा सिंहासन, अर बड्ड़ा हक, उस ताहीं दे दिया।
ये मेम्ने गैल लड़ैंगें, अर मेम्ना उनतै जीत जावैगा, क्यूँके वो प्रभुओं का प्रभु, अर राजयां का राजा सै: अर जो बुलाए होड़, चुणे होड़, अर बिश्वासी उसकै गैल सै, वे भी जीत पावैंगें।
अर बाकी माणस जो उन महामारियाँ तै न्ही मरे थे, उननै अपणे बुरे काम करणे न्ही छोड्डे, जो के ये थे भुंडी ओपरी आत्मायाँ की, अर सोन्ने, चान्दी, पीत्तळ, पत्थर, अर काठ की मूर्तियाँ की पूजा करणा, जो ना देख, ना सुण, ना चाल सकै सै।