फेर इन बात्तां कै बाद सुर्ग पै एक बड्ड़ा निशान दिख्या, यानिके एक जनानी जो सूरज नै ओढ़े होड़ थी, अर चाँद उसकै पायां कै तळै था, अर उसकै सिर पै बारहा तारां का ताज था।
अर उसकी पुन्झड़ नै अकास के एक तिहाई हिस्से के तारे खिंचकै धरती पै गेर दिए, अर वो अजगर उस जनानी के स्याम्ही जो जच्चा थी, खड्या होया, के जिब वा बाळक जणै तो उसकै बाळक नै निगळ जावै।
अर वो बड़ा अजगर यानिके वोए पुराणा साँप, जो इब्लीस अर शैतान कुह्वावै सै, अर साब्ती दुनिया नै भकाण आळा सै, धरती पै गेर दिया गया, अर उसके दूत उसकै गैल गेर दिए गए।
अर मन्नै एक पशु ताहीं समुन्दर म्ह तै लिकड़दे होड़ देख्या, जिसके दस सींग अर सात सिर थे, उसके सीन्गां पै दस राजमुकुट अर उसके सिरां पै परमेसवर की बुराई के नाम लिक्खे होड़ थे।
अर जो पशु मन्नै देख्या, वो चित्तै बरगा था, अर उसके पाँ भाल्लू जिसे, अर मुँह शेर कै बरगा था, अर उस अजगर नै अपणी सामर्थ, अर अपणा सिंहासन, अर बड्ड़ा हक, उस ताहीं दे दिया।
फेर इसकै बाद मन्नै सुर्ग म्ह एक और बड्ड़ा अर अदभुत निशान देख्या, यानिके सात सुर्गदूत जिनकै धोरै सात आखरी बिप्दा थी, क्यूँके उनके खतम हो जाण पै परमेसवर के प्रकोप का अंत सै।
अर जो दस सींग तन्नै देक्खे, वे अर पशु उस बेश्या तै बैर राक्खैंगें, अर उस ताहीं लाचार अर उघाड़ी कर देवैगें, अर उसका माँस खा जावैंगे, अर उस ताहीं आग म्ह जळा देवैगें।
उस सुर्गदूत नै मेरै तै कह्या, “तू क्यांतै हैरान होया?” मै इस जनानी, अर उस पशु का, जिसपै वा चढ़री सै, अर जिसके सात सिर अर दस सींग सै, उसका तेरे ताहीं भेद बताऊँ सूं।