ये चिट्ठियाँ यूहन्ना की ओड़ तै आसिया परदेस की सात कलीसियाओं के नाम सै। परमेसवर पिता की ओड़ तै थमनै अनुग्रह अर शान्ति मिलै, जो सै, अर जो था, अर जो आण आळा सै, अर इन सात आत्मायाँ की ओड़ तै जो उसकै सिंहासन कै स्याम्ही सै।
न्यू कहण लाग्गे, “के हे सर्वशक्तिमान प्रभु परमेसवर, जो सै, अर जो था, हम तेरा धन्यवाद करा सां, के तन्नै अपणी बड्डी सामर्थ के काम तै धरती पै राज करणा शरु करया।
वे परमेसवर के दास मूसा नबी का गीत, अर मेम्ने का गीत गा-गाकै कहवै थे, “हे सर्वशक्तिमान प्रभु परमेसवर, तेरे काम महान्, अर अनोक्खे सै, हे युग-युग के राजा, तेरी चाल सही अर सच्ची सै।”
ये चमत्कार दिखाण आळी भोत सी भुंडी ओपरी आत्मा सै, जो साब्ती दुनिया के राजयां के धोरै तै लिकड़कै ज्यांतै जावै सै, के उन ताहीं सर्वशक्तिमान परमेसवर के उस बड़े दिन की लड़ाई कै खात्तर कठ्ठे करै।
अर हरेक देश के माणसां ताहीं मारण कै खात्तर, उसके मुँह तै एक पैन्ही तलवार लिकड़ै थी, अर वो लोहवै का राजदण्ड लिए होड़ उनपै राज करैगा, अर वो सर्वशक्तिमान परमेसवर के छो की जलन की मदिरा के कुण्ड म्ह अंगूरां नै रौंदैगा।
फेर मन्नै बड्डी भीड़ का शोर सुणाई दिया, यो भोत घणे पाणी अर जबरदस्त गड़गड़ाहट बरगा शब्द था, हालेलूय्याह! प्रभु म्हारा परमेसवर, सर्वशक्तिमान राज्य करै सै।
अर उसनै मेरे ताहीं स्मुरना नगर की कलीसिया के सुर्गदूत ताहीं यो लिखण खात्तर कह्या, के, जो पैहल्ड़ा अर आखरी सै, जो मर लिया था अर इब जिन्दा होग्या सै, वो न्यू कहवै सै के,
फेर उसनै मेरै तै कह्या, “सब कुछ पूरा होग्या सै, मै अल्फा अर ओमेगा, आदि अर अन्त सूं। जो तिसाए सै मै उन ताहीं उस पाणी के चोवै म्ह तै जो अनन्त जिन्दगी देवै सै उस ताहीं मुफ्त म्ह प्याऊँगा।
अर च्यारु प्राणियाँ कै छ:, छ: पंख सै, उनकै उप्पर अर हरेक जगहां ए आँख थी, बल्के पंखां के तळै भी, अर वे दिन-रात बिना आराम करे न्यू कहवै सै, के पवित्र, पवित्र, पवित्र प्रभु परमेसवर, जो सब तै शक्तिशाली था, अर जो था, जो सै, अर जो आण आळा सै।