“इस करकै मै थमनै कहूँ सूं के अपणे जीवन के खात्तर या चिंता ना करियो के हम के खावांगें अर के पीवागें, अर ना अपणी देह के खात्तर के पैहरागें। के जीवन खाणे तै, के देह लत्यां तै बढ़कै कोन्या?
“इस करकै चौकन्ने रहियो, इसा ना हो के थारा मन खुमार, अर मतवालेपण, अर इस जिन्दगी की फिक्र तै सुस्त हो जावै, अर वो दिन थारे पै फन्दे की ढाळ चाणचक आण पड़ै।
इस कारण जै मूर्तियाँ ताहीं दिया गया खाणा खाण तै दुसरे बिश्वासियाँ खात्तर बिश्वास छोड़ण का कारण बणै सै, तो मै उस तरियां का खाणा कदे न्ही खाऊँगा ताके दुसरे बिश्वासी भाई बिश्वास करणा ना छोड़ दे।
हरेक खिलाड़ी जो प्रतियोगिता म्ह भाग लेवै सै, कठोर संयम का पालन करै सै। वे तो एक (नाशवान) नाश होण आळे मुकुट नै पाण कै मकसद तै यो सब करै सै, पर हम यो सब कुछ (अविनाशी) नाश ना होण आळे मुकुट नै पाण खात्तर करां सां।
थम किसे भविष्यवाणी या किसे उपदेश या किसे चिट्ठी नै म्हारी ओड़ तै लिखी होई मानकै चाणचक बोखळा ना जाइयो, अर ना ए अपणे-आप म्ह घबराईयो के परमेसवर का दिन पैहले ए आ लिया सै।
अर हम आराधना सभायां म्ह लगातार कठ्ठे होण म्ह सुस्त ना हो जावां, जिसा के भोत-से तो सुस्त हो भी लिये सै, पर एक-दुसरे नै उत्साहित करते रहों, जिसा के थम जाणो सों, के यीशु का आण का बखत लोवै सै।
मसीह का आत्मा जो उन म्ह था अर उन ताहीं बताण लागरया था, के मसीह किसा दुख ठावैगा अर उसकै पाच्छै उस बारै म्ह उस ताहीं महिमा मिलैगी, इस कारण उननै यो बेरा पाड़ण खात्तर उसकी खोज करी, मसीह कौण होवैगा, अर यो कद होवैगा।