फिलिप्पियों 4:17 - हरियाणवी17 मै यो न्ही लिखता, के मै दान चाहूँ सूं पर मै चाहूँ सूं के थारे दान के बदले थमनै आशीष मिलै। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
जिस तरियां एक पाळी भेड्या की रुखाळी करै सै, उस्से तरियां थमनै भी उन लोग्गां की रुखाळी करणी चाहिए, जिन ताहीं परमेसवर नै थारे ताहीं सौप्या सै, अर यो मजबूरी म्ह न्ही पर खुद की इच्छा तै राज्जी होकै करो, क्यूँके परमेसवर यो चाहवै सै के थम इसाए करो, पर इसा काम पईसा कै खात्तर न्ही पर परमेसवर अर माणसां की सेवा करण खात्तर करो।
धिक्कार सै उनपै! जो कैन की तरियां बुरी जिन्दगी जीवै सै, जिसनै अपणे भाई का खून इस करकै करया था, क्यूँके परमेसवर नै उसकी भेट स्वीकार कोनी करी, अर उसके भाई की कर ली थी, अर वो उस बिलाम की तरियां सै, जिसनै परमेसवर के माणसां ताहीं पाप करण खात्तर उकसाया, ताके वो धन ले सकै जिसकी पेशकस उस ताहीं करी गई थी, अर जो कोरह की ढाळ मूसा नबी के अधिकार का बिरोध करण के कारण नाश होगे।